अमेरिका सहित ग्लोबल लेवल पर प्रोडक्शन बढ़ने और लो डिमांड की वजह से क्रूड ऑयल की कीमतें गिरकर 45 डॉलर प्रति बैरल तक आ गई हैं। साल 2017 में क्रूड की कीमतों में 22 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस साल क्रूउ की कीमतें 40 से 42 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती हैं। इस गिरावट का फायदा उन घरेलू कंपनियों को मिल रहा है जो सीधे तौर पर या इनडायरेक्ट क्रूड का इस्तेमाल कर रही हैं। क्रूड की गिरती कीमतों से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों, प्लास्टिक, पेंट, केमिकल, टायर बनाने वाली कंपनियों के साथ एविएशन कंपनियों को भी होगा।
इन वजहों से क्रूड में और गिरावट के आसार
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि यूएस में ऑयल रिग्स काउंट लगातार बढ़ रहे हैं और जल्द ही नया रिकॉर्ड बन सकता है। लीबिया में क्रूड का प्रोडक्शन अपने 4 साल के हाई पर है। चीन में खराब डाटा आने के बाद से क्रूड की डिमांड घटी है।
दुनियाभर में क्रूड की सप्लाई में कोई रुकावटनहीं। डिमांड घटने से क्रूड प्रोड्यूसर देश कीमतें और घटा सकते हैं। उनका कहना है कि भले ही ओपेक देशों ने क्रूड प्रोडक्शन कट की समय सीमा आगे बढ़ा दी है, दुनियाभर में क्रूड का प्रोडक्शन सरप्लस है।.
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ओएनजीसी
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